शाहाबाद में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में प्रदेशभर के किसान संगठन एकजुट हो गए हैं। किसानों की रिहाई के लिए हरियाणा के सभी टोल प्लाजा पर किसान इकट्ठा हो गए हैं। सिरसा, रोहतक, करनाल, अम्बाला और कुरुक्षेत्र टोल पर किसानों ने धरना शुरू कर दिया है। किसानों ने कहा कि यदि जल्द ही किसानों की रिहाई नहीं हुई तो वो प्रदेशभर में रोड जाम करेंगे।
सूरजमुखी की फसल पर एमएसपी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर शाहाबाद में हुए लाठीचार्ज के बाद किसानों का गुस्सा फूट गया है। नेशनल हाईवे पर जाम लगा रहे किसानों को हटाने के दौरान हुए लाठीचार्ज में करीब 35 आंदोलनकारी घायल हुए थे। पुलिस ने 150 किसानों को हिरासत में भी ले रखा है। इसके बाद किसानों ने पुलिस कार्रवाई के विरोध में सोनीपत, जींद, रोहतक और गुहलाचीका में किसानों ने प्रदर्शन किया।
सिरसा के भावदीन टोल प्लाजा पर किसानों ने जाम लगा दिया है। बीती रात किसानों ने टोल पर जाम लगने के कारण एक तरफ का रास्ता खोला था। आज सुबह फिर किसानों ने जाम लगा दिया है। टोल पर जिले के हर एक गांव से किसान जमा हो रहा है। सैकड़ों किसान टोल के पास जमा हो गए हैं। टोल प्लाजा पर भारी संख्या में पुलिस और प्रशासन की टीम भी तैनात है। वही किसानों की तरफ से टोल फ्री करवा दिया गया है। टोल प्लाजा पर दरी बिछा कर बैठे किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी है।
अब तक कहां-कहां धरने पर बैठे किसान
- करनाल में बसताडा टोल पर किसानों का आना शुरू हो गया है, लेकिन अभी टोल खुला है।
- उचाना में खटकड टोल पर किसान बैठक कर रणनीति बना रहे हैं
- हिसार में रामाण टोल पर किसान बैठे हैं। यहां सिर्फ दो लेन ही चल रही हैं।
- रोहतक में नेशनल हाईवे 3 को भैणी महाराज में जाम किया गया है।
- सिरसा के भाव नदी टोल पर भी किसान बैठे हैं। यहां कुछ लाइनें बंद कर दी गई है।
अम्बाला से भी हटाये किसान
बुधवार को पुलिस अम्बाला के साहा चौक पहुंची, जहां किसान सूरजमुखी पर एमएसपी की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए थे। पुलिस ने साहा चौका से किसानों को हटा दिया है। किसानों ने मंगलवार को साहा-अम्बाला, साहा-शाहाबाद, साहा-पंचकूला और साहा-जगाधरी मार्ग पर जाम लगा दिया था। लाठीचार्ज के बाद सभी किसान संगठन एकजुट हो गए हैं। भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप ने आज प्रदेशभर की रोड जाम करने का ऐलान किया हुआ है।
विपक्ष ने जताई नाराजगी
कुरुक्षेत्र और अम्बाला में किसानों के प्रदर्शन पर दीपेंद्र सिंह हुड्डा का बयान आया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में लगातार किसानों पर हो रहे अत्याचार के पाप का घड़ा भर गया हैं। हरियाणा में किसानों पर लाठीचार्ज की घटनाएं आम हो गई है…आज फिर इस बुजदिल खट्टर-दुष्यंत सरकार ने शाहबाद में लाठीचार्ज करवाया। इनको किसानों पर पड़ रही एक एक लाठी का हिसाब देना होगा। वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि साजिशें, षड्यंत्र, चालें अब बर्दाशत नहीं। मोदी, खट्टर की यह तानाशाही हुकूमते ये जान लें की हम इस लूट तंत्र के खिलाफ खड़े है और लड़ेंगे। कुरुक्षेत्र, शाहबाद निर्मम लाठीचार्ज।
यह है मामला
बता दें कि मंगलवार को शाहबाद के पास बड़ी संख्या में जुटे किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया था। इन किसानों की मांग है कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सूरजमुखी बीज की खरीद करे। पुलिस ने इन किसानों को समझा-बुझाकर हाईवे खाली कराने की खूब कोशिश की लेकिन किसान नेता नहीं माने, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और ‘वाटर कैनन’ का इस्तेमाल करना पड़ा। भाकियू के नेशनल हाईवे जाम करने की चेतावनी के बाद कुरुक्षेत्र के रणदीप तंवर ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कहा था कि भाकियू नेशनल हाईवे-44पर जाम लगाने की चेतावनी दी है। इस पर हाईकोर्ट ने मंगलवार को कहा कि हाईवे देश की जीवन रेखा है। लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए किसानों को नेशनल हाईवे से हटा दिया था। मामले की अगली सुनवाई 13 जून को होगी।