चंडीगढ़, 16 नवंबर (जग मोहन ठाकन): आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बरनाला में आप उम्मीदवार हरिंदर ढालीवाल के समर्थन में प्रचार करते हुए जनता से उन्हें जिताने की अपील की।
केजरीवाल ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “जो वादा किया, वो निभाया।” उन्होंने AAP सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा, “हमने बिजली के पुराने बिल माफ किए और अब लोगों के बिजली बिल शून्य आ रहे हैं। पंजाब में मुफ्त इलाज के लिए ‘आप’ क्लीनिक खोले गए हैं, जहां दवाइयां और टेस्ट मुफ्त हैं। स्कूल और अस्पताल भी बेहतर हो रहे हैं।”
उन्होंने बताया कि बीते ढाई साल में 48,000 युवाओं को बिना सिफारिश और रिश्वत के सरकारी नौकरियां दी गईं। “हमने कई अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी किया है, और शेष की प्रक्रिया जारी है। अब सरकारी कर्मचारी पानी की टंकी पर नहीं, अपने दफ्तरों में मिलते हैं।”
केजरीवाल ने कहा, “बरनाला आप का गढ़ है। यहां के लोग हमेशा हमें समर्थन देते आए हैं। इस बार भी हरिंदर ढालीवाल को जीताकर बरनाला के विकास को तेज करें। अगर MLA दूसरी पार्टी का होगा तो काम रुक जाएगा, क्योंकि राज्य सरकार AAP की है।”
उन्होंने विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि “पहले किसानों को नहर का पानी नहीं मिलता था, अब हर खेत तक पानी पहुंच रहा है। सड़कों की मरम्मत, सीवरेज और पानी की परियोजनाओं पर 87 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। बरनाला रिंग रोड को चार लेन बनाने की तैयारी है।”
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने देश की राजनीति की दिशा बदली है। उन्होंने इनकम टैक्स कमिश्नर की नौकरी छोड़कर देश की सेवा का रास्ता चुना। दस साल में AAP राष्ट्रीय पार्टी बन गई है।”
उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा, “केवल ढिल्लों जैसे लोग पार्टियां बदलते रहते हैं। ऐसे लोग पैसा खर्च कर चुनाव जीतना चाहते हैं। लेकिन उनके पास पैसा है, हमारे पास जनता का प्यार।”
मान ने कहा, “AAP के आने से बीजेपी और कांग्रेस को भी काम की बात करनी पड़ी। स्कूल, अस्पताल, बिजली और रोजगार के मुद्दे उनके घोषणापत्र में शामिल हो गए।”
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमला करते हुए मान ने कहा, “कैप्टन ने जनता से दूरी बना ली थी, इसलिए 2022 में लोगों ने उन्हें सियासत से बाहर कर दिया। अब बरनाला के विकास के लिए आप उम्मीदवार को जिताएं। हमारा चुनाव चिह्न ‘झाड़ू’ है। इसे ही दबाएं और दूसरों को भूल जाएं।”
जनसभा में भगवंत मान ने बरनाला के लोगों से भावनात्मक जुड़ाव का जिक्र करते हुए कहा कि यह क्षेत्र उनकी पुरानी संसदीय सीट का हिस्सा रहा है, और यहां के लोगों ने उन्हें हमेशा आशीर्वाद दिया है।