किसान भारतीय समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, और उन्हें ख़रीफ़ की फसल के दौरान उचित उर्वरकों की सहायता की आवश्यकता होती है। बिहार सरकार ने किसानों की मदद के लिए यूरिया और डीएपी की कीमत तय करने सहित कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
प्रमुख ख़रीफ़ फसलों के लिए यूरिया और डीएपी आवश्यक उर्वरक हैं और इनका सही समय पर उपयोग करने से किसानों को अपनी पैदावार बढ़ाने में मदद मिलती है। बिहार सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाया है कि किसानों को यूरिया, डीएपी और एमओपी उर्वरक सही गुणवत्ता और कीमत पर मिले।
बिहार सरकार द्वारा यूरिया (नीम कोटेड) के 45 किलोग्राम बैग की कीमत 266.50 रुपये प्रति बैग तय की गई है, जबकि डीएपी (50 किलोग्राम) की कीमत 1,350 रुपये प्रति बैग है. इसके अलावा एमओपी (50 किलो) की एक बोरी की कीमत 1,700 रुपये है.
सरकार प्रदेश के सभी सरकारी, निजी कृषि केंद्रों और दुकानों पर यूरिया और डीएपी की आपूर्ति कर रही है. किसानों को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक बिहार सरकार द्वारा निर्धारित नंबरों पर कॉल करने का मौका मिलता है.
इसके अलावा बिहार सरकार के कृषि विभाग ने किसानों की समस्याओं और शिकायतों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. किसान अब इस नंबर पर कोई भी समस्या या शिकायत दर्ज करा सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर 0612-2233555 है और किसानों की ओर से ईमेल Fertilizer.bihar@gmail.com पर भी शिकायत भेजी जा सकती है. सरकार किसानों को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए खरीदे गए उर्वरकों की बिक्री रसीद प्राप्त करने की सलाह देती है।
बिहार सरकार के कृषि विभाग द्वारा प्रदान की जाने वाली यह सहायता किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और सरकार इसके माध्यम से किसानों के खेतों तक संवाद करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे योजना का बेहतर लाभ उठाने के लिए सरकार द्वारा प्रदान की गई सहायता का उपयोग करें।