वैसे तो भारत की आजादी और ब्रिटिश शासन को लेकर कई कहानियों पर फिल्म और डॉक्यूमेंट्री बनाई गई है. लोगों का सवाल है कि फिल्म में कौन से छुपे हुए अध्याय को उजागर किया गया है. क्या होता अगर एक भारतीय गांव को कभी पता ही नहीं चलता की वह भी आजाद हो गया है. बता दें कि गौतम कार्तिक और नवोदित की फिल्म 6 अगस्त 1947 का ट्रेलर रिलीज हो गया है.
फिल्म में रोमांचित कर देने वाले एक्शन सीन्स
बताया जा रहा है कि इस फिल्म को लेकर दक्षिण में कार्तिक काफी चर्चाओं में बने हुए हैं, एनएस पोनकर और एआर मुरुगादौस के निर्देशन वाली फिल्म साहस, देशभक्ति और प्यार पर आधारित है. बता दें कि कहानी सेंगाडु के मासूम ग्रामीणों पर आधारित है. जिन्हें ब्रिटिश सेना द्वारा अत्याचार किया जा रहा है. इसके आगे फिल्म के एक शख्स अंग्रेजी सेना के खिलाफ अपनी आवाज उठाता है और तभी से ही एक उग्र क्रांति शुरू हो जाती है.
आजादी के एक दिन के बाद की कहानी
फिल्म देश की आजादी के एक दिन के बाद की कहानी को प्रदर्शित कर रही है, ये बात ट्रेलर से ही जगजाहिर हो जाती है कि कहानी में लगभग क्या हो सकता है. इस ट्रेलर में कहानी की शुरूआत सेंगाडु से होती है, जिसे गुलामों की राजधानी कहा जाता है. यहां लोगों पर अत्याचार हो रहा है, देश को आजादी मिल जाती है. लेकिन गांव के लोगों को पता ही नहीं चल पाता है कि हमको आजादी मिल गई है. इसलिए इनको आजादी के लिए खुद लड़ना पड़ता है.