लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी पार्टियों के बीच तनातनी का माहौल बनने लगा है। 2024 के रण को जीतने के लिए दलों के बीच चुनावी दांव-पेंच खुलकर देखा जाने लगा है। इसी क्रम में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेसी तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिश की हैं। इसके लिए उन्होंने राज्यों के सीएम को डिनर पर भी आमंत्रित किया। लेकिन दुर्भाग्य से सीएम केजरीवाल के डिनर पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा कोई नहीं आया।
केजरीवाल का प्लान हुआ फेल
जानकारी के मुताबिक, हाल ही में आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर 18 मार्च को डिनर पर आमंत्रित किया था. उनके इस न्योते को राजनीतिक गलियारों में तीसरे मोर्चे के गठन के रूप में देखा जा रहा था. लेकिन तमाम विपक्षी पार्टियों के सीएम ने अलग-अलग वजहों से डिनर प्रोग्राम से दूरी बना ली.
ठुकरा दिया सीएम अरविंद केजरीवाल न्योता
बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार, तेलंगाना, केरल, तमिलनाडु और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को डिनर का निमंत्रण भेजा था. लेकिन उनके डिनर प्रोग्राम में पंजाब के सीएम भगवंत मान ही शामिल हो पाएं. जेएमएम के नेता हेमंत सोरेन, डीएमके नेता एमके स्टालिन, टीएमसी सुप्रीमों ममता बनर्जी, जेडीयू नेता नीतीश कुमार, बीआरएस नेता केसीआर और सीपीआईएम नेता पिनराई विजयन ने सीएम अरविंद केजरीवाल के निमंत्रण को ठुकरा दिया.
कैसे बनेगा Third Front?
इन नेताओं का इनकार सीएम केजरीवाल की पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेसी तीसरा मोर्चा बनाने की योजना को बड़ा झटका है. दरअसल, आम आदमी पार्टी के कार्यक्रम से विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने रणनीतिक तौर पर दूरी बना ली है. इन राजनीतिक दलों ने बिना कांग्रेस के किसी भी गठबंधन में शामिल होने पर ध्यान नहीं दिया।