आज के दौर में छोटे-छोटे बच्चे स्मार्टफोन चलाने लगे हैं। पैरेंट्स भी बच्चों को फोन पकड़ा देते हैं ताकि बच्चा उसी में लगा रहा है और उन्हें भी थोड़ा आराम मिल पायें। लेकिन आपकी ये लापरवाही आपको बड़ी मुसीबत में डाल सकती है। बच्चे तो ज़िद करेंगे ही, लेकिन वे इस बड़ी ज़िम्मेदारी के लिए तैयार हैं या नहीं, यह जानना माता-पिता की ज़िम्मेदारी होती है।
आजकल के पैरेंट्स बच्चों को उनके छुटपन से ही मोबाइल पकड़ा रहे हैं। जिन बच्चों के पास नहीं है वो सवाल करते हैं कि उन्हें मोबाइल कब मिलेगा। सामान्य तौर पर 15 साल के बाद की उम्र मोबाइल के सीमित इस्तेमाल के लिए सही मानी जाती है। लेकिन बच्चों के लिए ज़रूरी मानकर या फिर उनके जिद करने पर पैरेंट्स 6-7 साल की उम्र में उन्हें मोबाइल पकड़ा रहे हैं, जो धीरे-धीरे आदत बन रही है।
हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पर जुड़वा बच्चों के द्वारा यूट्यूब का गलत इस्तेमाल करने पर उसके यूट्यूब चैनल को बंद कर दिया गया है। ये मामला ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स का है। यहां की रहने वाली चिकित्साकर्मी वाटकिंस के 7 वर्षीय जुड़वां बच्चों ने एक ऐसा वीडियो डाल दिया है। जिसकी वजह से वाटकिंस का यूट्यूब बंद होने के साथ-साथ जीमेल अकाउंट भी ब्लॉक कर दिया गया।
बच्चों ने शेयर कर दिया था ऐसा वीडियो
वाटकिंस के जुड़वां बेटे ने अपना एक बिना कपड़े का वीडियो YouTube पर डाला दिया था जिसके लिए Google अकाउंट में लॉग इन किए गए सैमसंग टैबलेट का उपयोग किया गया था।
इस वीडियो को सितंबर में अपलोड किया गया था। वीडियो को कुछ मिनटों में ही बच्चे के संभावित यौन शोषण के रूप में देखा गया था, जिससे Google की सेवा की शर्तों का उल्लंघन हुआ है।
इस वीडियो के कारण वाटकिंस के यूट्यूब, गूगल समेत तमाम अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया गया।
उन्होंने अपनी तस्वीरों, डॉक्यूमेंट्स और ईमेल तक पहुंच खो दी। इसके अलावा वे अपने बैंक स्टेटमेंट को भी रिव्यू नहीं कर सकती हैं।
बच्चों को फोन देते वक्त ध्यान रखें ये बातें
बच्चों को फोन देते हैं तो समय-समय पर सोशल मीडिया को चेक करते रहें।
अपने सभी डिवाइस पर पैरेंटल कंट्रोल को ऑन रखें, जिससे आप अपने बच्चो की सारी जानकारी रख सकेंगे।
बच्चों को डिवाइस देने से पहले सोशल मीडिया को पासवर्ड की मदद से सुरक्षित रखें।