अमेरिकी अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने बड़ा खुलासा किया है। एजेंसी के मुताबिक हमारी धरती पर ऐस्टरॉइड के टकराने का खतरा पहले के मुकाबले बढ़ गया है। गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के मुख्य वैज्ञानिक जेम्स गार्विन की यह सख्त चेतावनी है। उन्होंने चार शक्तिशाली क्षुद्रग्रहों की पहचान की है जो पिछले दस लाख वर्षों में पृथ्वी के वायुमंडल में मजबूती से प्रवेश कर चुके हैं। इस तरह के बड़े आकाशीय चट्टानों के पृथ्वी से हर 6,00,000 से 7,00,000 वर्षों में केवल एक बार टकराने की भविष्यवाणी की जाती है।
डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, चार क्रेटरों की जांच करने के लिए, गारविन और उनकी टीम ने कई पृथ्वी-अवलोकन उपग्रहों के डेटा का विश्लेषण किया और साइटों के चारों ओर बड़े छल्ले की पहचान की। उन्होंने पाया कि पिछले काम ने उनके परिणामों को पढ़ने में गलती की थी। यदि नया डेटा सही है, तो इतिहास में ये टकराव सबसे बड़े परमाणु बम से 10 गुना अधिक शक्तिशाली विस्फोट के बराबर थे, जिसके परिणामस्वरूप भारी तबाही हुई।
उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाली छवियों से 3डी मैपिंग
गार्विन ने पिछले हफ्ते लूनर एंड प्लैनेटरी साइंस कॉन्फ्रेंस में ये नतीजे पेश किए थे। टीम ने यह स्टडी प्लैनेटरी डिफेंस रिसर्च के तहत की है लेकिन इसमें उनकी उम्मीद से कहीं ज्यादा खुलासा हुआ है। पिछले मिलियन वर्षों में बने चार क्रेटरों की नई उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीरों का उपयोग करते हुए, गारविन ने उनकी 3डी मैपिंग की। इन साइटों में निकारागुआ में पेंटेस्मा, घाना में बोसुमातवी, बोलीविया में इटुराल्डे और कजाकिस्तान में झामांशिन शामिल हैं।
उम्मीद से बड़े थे क्षुद्रग्रह ऐस्टरॉइड
नया डेटा भविष्यवाणी करता है कि एक विशाल क्षुद्रग्रह या धूमकेतु हर 6 से 7 मिलियन वर्षों में पृथ्वी से टकराता है। अगर नया अध्ययन सही है, तो इसका मतलब है कि पिछले दस लाख वर्षों में चार खगोलीय पिंड हमारे ग्रह से टकरा चुके हैं। विशेषज्ञों ने पिछले मिलियन वर्षों में क्षुद्रग्रहों के टकराव से निर्मित चार क्रेटरों का फिर से विश्लेषण किया और पाया कि वे न केवल बड़े थे बल्कि अधिक शक्तिशाली भी थे।